सामाजिक विमर्श >> आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम आधुनिक काल में भारत : विविध आयामडॉ. रवीन्द्र नाथ यादवविनेश कुमार सचानडॉ. बलराम सिंह
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आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम
11. 21वीं सदी का भारत एवं वित्त प्रबन्धन
- डॉ. महेन्द्र प्रताप सिंह
12. 21वीं सदी के भारत में स्वयंसेवी संस्थायें और वाचत वर्गों का सशक्तिकरण (उ.प्र. के चित्रकूट जनपद के सन्दर्भ में)
- डॉ. लालाराम
13. 21वीं सदी का भारत: दशा एवं दिशा सामाजिक क्षेत्र में भारत
- डॉ. राम देवी
14. इक्कीसवीं सदी का भारत : दशा एवं दिशा का एक समाज शास्त्र अध्ययन
- मनोज कुमार यादव
15. 21वीं सदी के भारत को वैदिक शिक्षा की आवश्यकता
- मोहित कुमार त्रिपाठी
16. भारतीय समाज में 21वीं सदी में महिलाओं की दशा एवं दिशा
- मृदुलता सोनकर
17. राजनैतिक क्षेत्र के परिप्रेक्ष्य में भारत
- सदफ इश्त्याक
18. राजनीतिक क्षेत्र के परिप्रेक्ष्य में भारत
- डॉ. सत्यप्रकाश गुप्ता
19. राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में भारत
- अभिषेक सिंह
20. राजनैतिक क्षेत्र के परिप्रेक्ष्य में भारत
- डॉ. कल्पना अवस्थी
21. भारत की दशा एवं दिशा रोजगार कार्यक्रमों के सम्बन्ध में एक आर्थिक अध्ययन
- डॉ. अर्चना पाण्डेय
22. वैश्वीकरण और भारत
- डॉ. शील कुमार तिवारी
23. वैश्विक प्रतिस्पर्धा के युग में लघु उद्योगों की भूमिका
- डॉ देवेन्द्र सिंह
24. कॅरियर निर्माण में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का योगदान
- महेन्द्र कुमार, बृजेश कुमार
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